शेयर बाजार की तेज शुरुआत

मुम्बई शेयर बाजार की मंगलवार को बढ़त के साथ शुरुआत हुई है। सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन बाजार बढ़त के साथ शुरु हुआ। सेंसेक्स 144.56 अंकों की तेजी के साथ ही 41,299.68 पर खुला। वहीं निफ्टी 29.1 अंक ऊपर आकर 12,148.10 पर खुला। कारोबार के दौरान एचडीएफसी और मारुति के शेयरों में भी तेजी आई है। 
सुबह 9 बजकर 40 मिनट पर सेंसेक्स 123.75 अंकों की तेजी के साथ 41,278.87 के स्तर पर कारोबार करता देखा गया। शुरुआती कारोबार में इंडेक्स ने 41,313.63 का हाई देखा और लो देखा 41,101.51 अंकों का। वहीं, निफ्टी की बात करें तो इस समय इंडेक्स 0.22 फीसदी की उछाल के साथ 12,145.60 पर कारोबार करता देखा गया। शुरुआती कारोबार में इंडेक्स 12,159.30 के हाई और 12,095.35 के निम्न स्तार पर रहा। 
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स के जिन शेयरों में सबसे ज्यादा लिवाली (खरीददारी) देखी गई उनमें एचडीएफसी, हीरोमोटोकॉर्प, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा, मारुति और सन फार्मा के शेयर प्रमुख हैं। एचडीएफसी के मुनाफे में तीन गुना इजाफा के चलते निवेशक इस शेयर पर भरोसा दिखा रहे हैं। वहीं गिरने वाले शेयरों की बात की जाए तो सबसे ज्यादा गिरावट पावरग्रिड, नेस्ले इंडिया, भारती एयरटेल, एनटीपीसी में है। निफ्टी की बात करें तो यहां भी सबसे ज्यादा लाभ में एचडीएफसी के शेयर हैं। इसके अलावा, यूपीएल, बीपीसीएल, हीरो मोटोकॉर्प और महिंद्रा ऐंड महिंद्रा में तेजी है। वहीं पावरग्रिड, भारती एयरटेल, वेदांता, नेस्ले इंडिया और जेएसडब्ल्यू स्टील के शेयरों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। " alt="" aria-hidden="true" />


Popular posts
- इन लोगों के हौसलों से महामारी भी हारी डॉक्टरों ने कहा कि उपचार के दौरान मरीजों को स्वाइन फ्लू के लिए दी जाने वाली टेमी फ्लू दवा दी जा रही है और इसका असर भी हो रहा है। उपचार करने वाले एक डॉक्टर ने कहा कि कोरोना पीड़ित मरीजों का उनके लक्षणों के आधार पर उपचार किया जा रहा है।
Image
- इन लोगों के हौसलों से महामारी भी हारी
कांधला में साल में एक या दो बार आना जाना तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद के पिता हारून थे और दादा मौलाना यूसुफ। कांधला में छोटी नहर के पास एक मकान मौलाना साद के परिचितों का है, जो बंद रहता है। वह मकान सिर्फ तभी खुलता है जब मौलाना साद साल में एक या दो बार यहां आते हैं। मौलाना साद की पढ़ाई दिल्ली के निजामुद्दीन क्षेत्र से ही हुई है। काफी समय तक वह सहारनपुर में भी रहे।
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री का लगातार तीसरी बार कार्यभार संभालने के बाद केजरीवाल ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पहली बार मुलाकात की थी।
Image
मौलाना साद से जुड़े रहे हैं विवाद तब्लीगी जमात के प्रमुख बनने से लेकर उसके बाद तक मौलाना साद से विवाद जुड़े रहे हैं। आरोप है कि तब्लीगी जमात का प्रमुख बनने के लिए मौलाना साद ने जमात के अन्य लोगों की राय को नजरअंदाज किया और नई परंपराएं शुरू की। उनकी तकरीर पर भी विवाद हुआ था। तब दारुल उलूम देवबंद ने भी नाराजगी जताई थी। उसको लेकर विदेश से आए उलमा ने देवबंद पहुंचकर दारुल उलूम के मोहतमिम सहित अन्य पदाधिकारियों से मुलाकात कर विवाद का पटाक्षेप करने का प्रयास किया था। विवादों के चलते दारुल उलूम में तब्लीगी जमात के आने पर पाबंदी तक लगा दी गई थी।